(秀樹和田のメンタルヘルス)Physical and Mental Health.
हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक प्रमुख जापानी विशेषज्ञ हैं, जो वृद्धावस्था में मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए गहन अनुसंधान और सुझाव प्रस्तुत करते हैं। वादा ने जापान में बुजुर्गों के मानसिक स्वास्थ्य पर आधारित कई किताबें लिखी हैं, जिनमें से कुछ हैं “60歳から頭はどんどんよくなる” (60 के बाद दिमाग की शक्ति कैसे बढ़ाएं) और “医者にヨボヨボにされない47の心得” (डॉक्टरों पर निर्भरता कम करने के 47 उपाय)। इन पुस्तकों में वादा ने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच संबंध पर जोर दिया है। उनके अनुसार, सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करके वृद्धावस्था में भी व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकता है।
जापान में वृद्धावस्था और मानसिक स्वास्थ्य का परिदृश्य physical-and-mental-health
जापान में, बुजुर्ग आबादी का एक बड़ा हिस्सा मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहा है। जनसंख्या के इस आयु वर्ग में तेजी से वृद्धि के कारण जापान “सिल्वर समाज” के रूप में जाना जाने लगा है। इस समाज में वृद्ध लोगों की मानसिक और शारीरिक स्थिति का गहरा प्रभाव पड़ता है, और हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य (秀樹和田のメンタルヘルス)को लेकर किए जा रहे कार्यों के माध्यम से इस परिदृश्य में सुधार लाने के प्रयास हो रहे हैं। जापान में अकेलेपन और अवसाद के मुद्दे बढ़ते जा रहे हैं, जिससे बुजुर्ग आबादी को नए तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

वादा का मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य का समाधान केवल चिकित्सा से नहीं, बल्कि सामाजिक और सामुदायिक समर्थन से भी किया जा सकता है। हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य (秀樹和田のメンタルヘルス) की महत्वपूर्णता पर जोर देते हैं और सुझाव देते हैं कि बुजुर्गों को मानसिक रूप से संतुलित और खुशहाल बनाए रखने के लिए सामुदायिक जुड़ाव आवश्यक है।
Physical and Mental Health.
हिदेकी वादा के मानसिक स्वास्थ्य के सुझाव
हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य (秀樹和田のメンタルヘルス)को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव देते हैं, जिनमें कुछ प्रमुख हैं:
- सकारात्मक सोच और जीवनशैली में सुधार
वादा का मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सकारात्मक सोच एक बेहद महत्वपूर्ण तत्व है। उनके अनुसार, वृद्धावस्था में जब लोग नई चुनौतियों का सामना करते हैं, तो सकारात्मक सोच मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का एक असरदार तरीका है। हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए नियमित दिनचर्या में ऐसे कार्यों को शामिल करने का सुझाव देते हैं जो मानसिक संतुलन बनाए रखें। - सामाजिक और पारिवारिक जुड़ाव
अकेलापन वृद्धावस्था में मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। जापान में सामाजिक कार्यक्रमों और क्लबों के माध्यम से बुजुर्गों को एक सामाजिक जीवन बनाए रखने का अवसर मिलता है। हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य में सामाजिक संबंधों का विशेष महत्व बताते हैं, और वृद्धों को परिवार व समुदाय के साथ जुड़ा रहने की सलाह देते हैं। - संतुलित आहार और नियमित शारीरिक गतिविधि
संतुलित आहार और शारीरिक सक्रियता मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं। हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बुजुर्गों को नियमित रूप से व्यायाम करने और स्वस्थ आहार का पालन करने की सलाह देते हैं। उनके अनुसार, ये आदतें वृद्धावस्था में मानसिक संतुलन बनाए रखने में सहायक हैं। - दवाओं की निर्भरता से बचाव
हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए अधिक दवाओं की निर्भरता से बचने की सलाह देते हैं। उनका मानना है कि कई बार दवाओं का अत्यधिक सेवन वृद्धों के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे भ्रम और अवसाद जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। वादा सुझाव देते हैं कि प्राकृतिक उपचार और मानसिक काउंसलिंग तकनीकों का सहारा लिया जाना चाहिए। - मस्तिष्क को सक्रिय रखने के उपाय
हिदेकी वादा ने बताया है कि बुजुर्गों के लिए मस्तिष्क को सक्रिय रखने की आदतें बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सुझाव देते हैं कि वृद्धों को रोजाना कुछ नया सीखने का प्रयास करना चाहिए, जैसे कि नई भाषा, म्यूजिक, या पज़ल सॉल्विंग गतिविधियां।
बुजुर्गों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए अन्य महत्वपूर्ण टिप्स
वृद्धावस्था में मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य पर आधारित कई उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- सामाजिक संपर्क में बने रहें: सामाजिक रूप से सक्रिय रहने से अकेलापन दूर होता है और मानसिक स्थिति में सुधार होता है।
- रोजाना ध्यान और मेडिटेशन का अभ्यास: वादा कहते हैं कि ध्यान या मेडिटेशन जैसी गतिविधियाँ वृद्धों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हो सकती हैं।
- मनपसंद कार्यों में संलग्न रहें: हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए बागवानी, कला, लेखन, या संगीत जैसी गतिविधियाँ अपनाने की सलाह देते हैं।
- डॉक्टर के परामर्श का पालन करें: हिदेकी वादा के अनुसार दवाओं का सेवन केवल आवश्यकता के आधार पर किया जाना चाहिए, जिससे मानसिक स्वास्थ्य संतुलित रहे।
निष्कर्ष
हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपने दृष्टिकोण के माध्यम से वृद्धावस्था में मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के महत्वपूर्ण सुझाव देते हैं। उनके अनुसार, एक सकारात्मक दृष्टिकोण, नियमित शारीरिक और मानसिक गतिविधियाँ, और सामाजिक जुड़ाव बुजुर्गों को स्वस्थ और खुशहाल बनाए रख सकते हैं। वृद्धों के लिए ये सुझाव जीवन को संपूर्ण और सुखद बना सकते हैं, और जापान जैसे समाजों में जहां वृद्धों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, इन विचारों को अपनाने से मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के प्रयास किए जा सकते हैं। (秀樹和田は、精神健康の分野における自らのアプローチを通じて、高齢者のメンタルヘルスを改善するための重要なアドバイスを提供しています。彼によれば、ポジティブな視点、定期的な身体的および精神的活動、そして社会的なつながりが高齢者を健康で幸せに保つことができるとのことです。高齢者にとって、これらのアドバイスは生活をより充実したものにし、日本のような社会で高齢者の数が急速に増加している中で、メンタルヘルスを改善するための取り組みが可能になるでしょう。)
हिदेकी वादा के सुझाव केवल जापान में ही नहीं बल्कि विश्वभर में वृद्धावस्था में मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए उपयोगी हो सकते हैं। हिदेकी वादा मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए जो कदम सुझाते हैं, वे जीवन में संतोष और मानसिक संतुलन लाने का एक प्रभावी तरीका हैं।
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